खेड़ापति हनुमान जी मंदिर पर चल रही सात दिवसीय संगीत मय कथा,,जिनके घर बिटिया होती है, वह घर स्वर्ग होता है, बेटी दो घरों को स्वर्ग हो बनाती है : शास्त्री जी..!

Jhabuahulchul
सारंगी@संजय उपाध्याय
30 मई से चल रही राम कथा में कथा के छठे दिवस पंडित श्री कमलेश जी शास्त्री ने श्रोताओं को बताया भगवान श्री राम प्रतिदिन अपने चारों भाइयों के साथ भोजन करते थे साथ खेलते थे सभी कार्य मिलकर करते थे उनके परिवार में सभी माताए भाई और पिता एक साथ बैठकर भोजन करते थे इससे परिवार में प्रेम बढ़ता है संस्कारों का आदान-प्रदान होता है रोज घर पर साथ बैठकर बातचीत करने से पिता को बच्चों की योग्यता का पता चलता है बच्चे भी पिता की आर्थिक स्थिति समझते हैं इसमें कोई किसी पर बोझ नहीं डालता है बिखरते परिवारों व मिटते संस्कारों को बचाने का एकमात्र उपाय है घर में सभा सात दिन संगीत मय श्री राम कथा में श्रद्धालुओं को कथा सुनाते हुए पिता पुत्र भगवान श्री राम एवं राजा दसरथ के के बारे में बताया जहां परिवार में समूह भजन और बातचीत होती है वहां के बच्चे गलत रास्ते पर नहीं जाते हैं आज के समय बच्चों और परिवार को संगठित और सत्संगी बनाए रखना जरूरी है इसका उपाय समूह भजन शास्त्रों का पठन और घर सभा उन्होंने सवाल किया कि आज कितने हिंदू परिवारों में शास्त्रों का वचन या कथा होती है यह सोचने की बात है विवाह के समय रंग रूप नहीं गुण देखना चाहिए जैसे महाराज जनक सीता के लिए स्वयंवर में सौंदर्य नहीं पराक्रम को प्राथमिकता दी भगवान श्री राम ने वही स्वयंवर जीता भगवान श्री राम सरल एवं शांत स्वभाव के थे राज्याभिषेक की घोषणा पर उत्साहित नहीं हुए अगले दिन 14 साल के वनवास की आज्ञा मिली जब भी उदास नहीं हुवे हर परिस्थिति में स्थिर रहने वाला पुरुष स्तरप्रज्ञ कहलाता है इससे सीख मिलती है कि जीवन में चाहे सुख हो या दुख हमें स्थीर रहना चाहिए विवेक से काम लेकर कर्तव्य का पालन करना चाहिए कथा में राम जन्म, राम विवाह , 14 वर्ष वनवास से लेकर अयोध्या में राज्याभिषेक के बारे में श्रोताओं को विस्तार पूर्व कथा सुनाई प्रतिदिन सैकड़ो की संख्या में महिलाएं पुरुष एवं बच्चों ने कथा पंडाल में पहुंचकर कथा श्रवण की श्री राम कथा पूर्ण होने पर पंच कुंडी यज्ञ होगा यज्ञ पूर्णाहुति के बाद महा आरती उतारी जाएगी महाप्रसादी में नगर के सहयोग से विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है।