सारंगी

बदनावर थांदला टिमारवानी फोर लाइन का सर्वे प्रारम्भ, सारंगी चौपाटी बनेगा ओवर ब्रिज,,थांदला पेटलावद करडावद रहेंगे बायपास के दायरे में,,सिंहस्थ 2028 के पहले कार्य पूर्ण होगा..!

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सारंगी@संजय उपाध्याय

आमतौर पर अधिकांश सरकारी काम कभी समय पर पूरे नहीं होते हैं। कई काम तो दो से तीन गुना समय बीतने के बाद भी अधूरे रह जाते हैं और उनकी गुणवत्ता भी स्तरहीन रहती है, लेकिन इस मामले में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय अपवाद साबित हो रहा है। ऐसा ही एक कार्य बदनावर से पेटलावद थांदला टिमारवानी तक बनने वाला 86 किमी मांर्ग फोर लेन मार्ग बनाया जा रहा है। जिसका सर्वे का कार्य प्रारम्भ हो गया है। इस मांर्ग को बनाने के लिए 1900 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए है। वैसे तो इसके पूर्ण होने की समय सीमा 2028 है, लेकिन विभागीय अधिकारियों का दावा है इसे सिंहस्थ के पहले ही पूर्ण कर लिया जाएगा। मार्ग का निर्माण भी आधुनिक और उन्नत तकनीक से किया जाएगा क्योंकि यह मांर्ग गुजरात एव राजस्थान राज्य को महकाल लोक उज्जैन को जोड़ने का एक अतिमहत्वपूर्ण कड़ी है।

गौरतलब हैं कि 9 अप्रैल को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस फोर लेन की घोषणा की थी। 2028 में होने वाले उज्जैन सिंहस्थ के पहले काम पूरा करने की योजना है। ऐसे में एनएचएआई काम में काफी तेजी दिखा रही है। एनएचएआई के अनुसार सर्वे पूरा होते ही जमीन अधिग्रहण की कार्यवाही की जाएगी। अभी के रोड के आसपास के हिस्सों के साथ साथ बायपास, ओवर ब्रिज, मेजर पुल व अंडरपास, पेटलावद, बामनिया रोड एव सारँगी चौपाटी पर ओवर ब्रिज, दिल्ली मुम्बई रेल मार्ग होने से यातायात अवरुद्ध न हो, इसलिए रेलवे ओवर ब्रिज बनाए जाएंगे। भविष्य के यातायात के भारी दबाव को देखते हुए प्रत्येक लेन की चौड़ाई 9 मीटर रखी गई है।वलगभग 90 किलोमीटर के फोर लेन रोड की लागत 1900 करोड़ रुपए आंकी गई है।

बता दे कि यह मांर्ग 2022-23 में एमपीआरडीसी ने 432 करोड़ रुपए में टिमरवानी से बदनावर तक के अभी के 7 मीटर चौड़े रोड की जगह 10 मीटर का रोड बनाने की प्रक्रिया शुरू की थी। लेकिन इस बीच फोर लेन की घोषणा हो गई। अब इस पर फोर लाइन बनाने पर काम किया जा रहा है।

सर्वे का कार्य शीघ्र ही पूरा किया जाएगा

दिल्ली-मुंबई 8 लेन एक्सप्रेस वे को महाकाल लोक उज्जैन से जोड़ने वाले टिमारवानी थांदला पेटलावद होकर बदनावर को जोड़ने वाले फोरलेन का काम जल्दी शुरू होने की संभावना है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने इसका सर्वे शुरू करा दिया है। 15 दिनों में सर्वे पूरा होने की संभावना है। खास बात ये है कि इस फोरलेन के रास्ते में आने वाले दो शहरों और एक बड़े गांव में बायपास बनाए जाएंगे। वही सारँगी चौपाटी व पेटलावद बामनिया रोड पर ओवर ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। फोर लाइन के पहले सर्वे में थांदला, पेटलावद और करड़ावद में बायपास बनाने की तैयारी है।

नेशनल हाइवे बन जायेगा

उज्जैन से बदनावर तक 69.1 किमी यह मार्ग पहले स्टेट हाईवे-18 मार्ग था। वाहनों की बढ़ती संख्या के बाद इसे नेशनल हाईवे नेशनल हाईवे (एच-752डी) का दर्जा दिया गया था। अब यह मांर्ग थांदला के टिमारवानी तक 90 फोरलेन बन जाता है तो इसका नेशनल हाइवे की गिनती में आ जायेगा।

उद्योगों को मिलेगा दोहरा लाभ:

पश्चिमी मप्र सहित गुजरात और पश्चिमी राजस्थान के तीर्थ यात्री इसी मार्ग से उज्जैन जाते हैं। अभी यह मार्ग बदनावर तक फोरलेन में तब्दील हो गया है। गुजरात की ओर से यातायात के बढ़ते दबाव को देखते हुए इसे बदनावर से थांदला टिमारवानी तक भी फोरलेन में तब्दील करने की आवश्यकता है। इससे परिवहन के साथ ही माही नदी के उस पार के क्षेत्र में स्थापित हो रहे उद्योगों को दोहरा लाभ मिलेगा।

सत्यनारायण अग्रवाल व्यापारी

ये लाभ होंगे

1.इस मार्ग के पूर्ण होने के बाद दक्षिणी राजस्थान, उत्तर प्रदेश व पूर्वी मध्य प्रदेश से गुजरात की तरह जाने वाला यातायात सुगम हो जाएगा। अभी इंदौर-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजरात जाते हैं। इसके निर्माण के बाद करीब 50 किमी की दूरी कम तय कर उज्जैन से बदनावर होते हुए या तो राजगढ़ में इंदौर अहमदाबाद मार्ग पकड़ सकेंगे या व्हाया पेटलावद और थांदला होकर जाएंगे तो दूरी और भी कम हो जाएगी।

मोहनलाल अग्रवाल व्यापारी

2. बदनावर से थांदला तक भी फोरलेन में तब्दील किए जाने की बहुत ही आवश्यकता है, क्योंकि थांदला के पास भी दिल्ली-मुंबई एट लेन से भी कनेक्टिविटी हो जाएगी। समीपस्थ धार जिले में माही नदी के उस पार छायन, दोत्रिया, तिलगारा, भैंसोला में औद्योगिक इकाइयां स्थापित हो रही हैं। इसलिए इस मांर्ग को फोर लेन बनाना अति आवश्यक था।

योगेंद्र सिंह राठौर पूर्व जनपद उपाध्यक्ष

03.ग्राम भैंसोला में तो करीब सात हजार करोड़ के निवेश से पीएम मित्र मेघा टेक्सटाइल पार्क बनने जा रहा है। जिसमे लगभग 250 से ज्यादा उद्योग लगेंगे। इसमें निर्माण से लेकर निर्यात तक यहीं से होगा, इससे भी यातायात का दबाव बढ़ेगा। सरकार ने इसे फोर लाइन बनाकर आदिवासी बाहुल्य जिले के बाशिन्दों को रोजगार के सुनहरे अवसर प्राप्त होंगे।

अग्निनारायन सिह बोडायता, भाजपा नेता

04.पीएम मेघा टेक्सटाइल्स पार्क में 50 हजार लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा, इस कारण यातायात का दबाव बढ़ना तय है। महाकाल लोक निर्माण के बाद भी करीब 40 प्रतिशत यातायात में वृद्धि हो गई है। साथ ही साल 2028 में सिंहस्थ महाकुंभ के अवसर पर भी यह मार्ग अतिमहत्वूर्ण साबित होगा।

यश रामावत पटवारी राजस्व विभाग पेटलावद।

सर्वे के बाद जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया

थांदला बदनावर टिमरवानी के बीच सर्वे हो रहा है, वही तीन बड़ी नदिया वागेड़ी नदी, माही नदी, लाढकी नदी, पम्पावती नदी, पद्मावती नदी के साथ दिल्ली मुम्बई रेलवे ट्रेक पर ब्रिज भी बनेंगा। साथी ही थांदला, पेटलावद और करड़ावद में बायपास एवं सारँगी चौपाटी पर ओवर ब्रिज के लिए सर्वे किया जा रहा है। सर्वे पूरा होने पर जमीन अधिग्रहण के लिए प्रक्रिया होगी। इसमें कितनी राशि खर्च होगी, ये सर्वे के बाद पता चल सकेगा।

संदीप पाटीदार, प्रोजेक्ट ऑफिसर, एनएचए‌आई, रतलाम

-बदनावर थांदला टिमारवानी मांर्ग एक नजर में जानकारी अनुसार:-
-मांर्ग की लंबाई- 86 किलोमीटर,
-रेल्वे ट्रेक- 01(दिल्ली मुम्बई)
ओवर ब्रिज- 02
बड़े ब्रिज – 05 नदियों के
कई जगह अंडर पास छोटे छोटे गाव के लिए।

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