सरकारी शिक्षक का स्कूल के अंदर दरी बिछाकर आराम फरमाते हुए वीडियो आया सामने,,,सरकारी मास्टर मज़े नहीं करे तो कोन करेगा..!

#Jhabuahulchul
बामनिया@जितेंद्र बैरागी
मैं एक शिक्षक हूं, अगर मैं चाहूं तो झाबुआ कलेक्टर नेहा मीना बना दूं, मैं चाहूं झाबुआ एसपी पद्मविलोचन शुक्ल बना दूं। क्योंकि मैं एक शिक्षक हूं। मैं इस काले बोर्ड पर बच्चों का भविष्य गड़ता हूं। क्योंकि यह समर्थ(योग्यता) सिर्फ और सिर्फ एक शिक्षक में है। वहीं यदि मेने सोच लिया कि मेरा काम इमानदारी से नहीं करना हे। स्कूल के समय में सो जाऊं। तो इस चापानेर गांव के भविष्य को में आग लगा सकता हूं। क्योंकि मैं एक शिक्षक हूं।
ऐसी सोच का मामला थांदला विकासखंड के चापानेर ग्राम में सामने आया है। जहां एक शिक्षक स्कूल की पढ़ाई के समय। स्कूल के ही एक कमरे में दरी बिछाकर किताबों का तकिया बनाकर। आराम फरमाते हुए वायरल वीडियो में नजर आ रहे हैं। क्योंकि यह झाबुआ जिला है यहां जिम्मेदारों की आंखें बंद है।
थांदला विकासखंड के विधायक प्रतिनिधि गुड्डू मुनिया ने। कहां की स्कूल की शिक्षा का स्तर बहुत गिरा हुआ है। यहां के बच्चों को ठीक से अनार का आम का, ओर पहाड़े एबीसीडी तक नहीं आते।
स्थानीय लोगों ने कहा की कुछ शिक्षक स्कूल के अंदर एक साथ सोते हुए नजर आ जाते हैं। बीडी सिगरेट और दारू पीकर भी स्कूल में आते हैं।




