सारंगी

सारंगी के छोटे से गांव के मासूम ने झाबुआ जिले का किया नाम रोशन…………प्रथम कार्डियोलॉजिस्ट बनने के लिए saims इंदौर में चयनित होकर dm कार्डियोलॉजी करने की तैयारी।

सारंगी@संजय उपाध्याय

है पथिक यह जीवन क्या हे?

चलना और बस चलते रहना,काटे हो या कोमल कालिन,ना रुकना ना थकना,बस चलना और चलते रहना…*✍️डॉ. मासूम तलेसरा*

अपनी ही पंक्तियो को चरितार्थ करते हुए हुए गाव सारंगी से अपने सफर की शुरुआत कर आज ना सिर्फ अपना, अपने परिवार का, अपने गाव का अपितु अपने पूरे जिले का नाम रोशन किया. कक्षा 12वीं के बाद सिधे पीएमटी के द्वारा चयनित होकर नेताजी सुभाषचंद्रबोस मेडिकल कॉलेज, जबलपुर से एमबीबीएस (Gold medalist) पूर्ण कर,अगले 1 वर्ष के लिए सिविल अस्पताल पेटलावद में भीषण कोरोना काल में अपनी सेवाऐ दी.जिसके बाद अगले 6 माह जिला चिकित्सालय रतलाम और 3 माह बाजना अपनी सेवा देकर फिर से अपनी राह पर खुद को तराशने निकल पड़े, एक बार फिर अपनी योग्यता के आधार पर नीट पीजी की परीक्षा के माध्यम से चयनित होकर आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज,उज्जैन से MD Medicine कर अपने क्षेत्र को गौरवान्वित किया,मन में अपने क्षेत्र से जुड़े रहने के भाव और अपने लोगो को स्वास्थ्य सुविधा का भरपुर लाभ मिले इसी सोच के साथ पिछले 3 महीने सुमन हॉस्पिटल पेटलावद से कई लोगो को स्वास्थ्य लाभ दीया और फिर आ गए वो गौरव के क्षण जब एक छोटे से गाव का बेटा जिसकी प्रारंभिक शिक्षा अपने ही गाव के एक स्कूल से शुरू होकर कदम से कदम बढ़ाकर आज अपने जिले झाबुआ से प्रथम कार्डियोलॉजिस्ट बनने के लिए SAIMS,इंदौर मे चयनित होकर DM कार्डियोलॉजी करने निकल पड़े वह आपके एक और सफर पर बधाई

ढेरो शुभकामनाये हम सब की तरफ से

डॉक्टर मासूम तलेसरा कि इस उपलब्धि पर गांव वरिष्ठ नागरिको एवं नगर पत्रकार संघ ने बधाई दी साथ ही उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं की

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