प्रशासन की अनदेखी से खाद परिवहनकर्ता की बल्ले बल्ले…!

#Jhabuahulchul
मेघनगर@मुकेश सोलंकी
जिले में यातायात के नियमों का पालन करवाने को लेकर प्रशासन द्वारा हर प्रकार से प्रयास किए जा रहे हैं जो की उचित भी है प्रत्येक नागरिक को यातायात के नियमों का पालन करना भी चाहिए। जिले के लगभग सभी थानों पर पुलिस जवान वाहन चालकों को यातायात के नियमों का पाठ पढ़ाते नजर आते हैं किंतु बड़े परिवहनकर्ता इन नियमों से अछूते रह जाते हैं । आखिर क्यों सरेआम नियमों को मुंह चिढ़ाती हुई खाद की यह ओवरलोडिंग गाड़ियां प्रशासन को दिखाई नहीं देती? खाद की बोरियों को गाड़ियों के ऊपर तक लादने के बाद भी इनमें सुरक्षा नियमों को ताक पर रखते हुए यह भारी वाहन बीच बाजार से कान फोड़ु प्रेशर होर्न बजाती हुई निकल जाती है जबकि नियमों के अनुसार बोरियों को वाहन में रखने के बाद मजबूत रस्सी से बांधा जाना आवश्यक है ताकि किसी भी परिस्थिति में खाद की बोरी ऊपर से फिसल कर किसी राह चलते व्यक्ति के ऊपर ना गिर जाए। लगातार नियमों का उल्लंघन करते इन वाहनों को देखकर ऐसा लगता है मानो इन्होंने अपने लिए नियम खुद बना रखे हैं और इन पर किसी का अंकुश नहीं है।
चौराहे की चर्चा
चौराहे पर चर्चा है कि जब तक कोई बड़ा हादसा नहीं होगा तब तक प्रशासन आंखें मुंद कर ही बैठा रहेगा, चर्चा तो यह भी है कि कोई बड़ा हादसा होने के बाद भी ऐसे बड़े परिवहनकर्ता पर कोई ठोस कार्यवाही की गारंटी नहीं होती
क्योंकि न्यायालय की दहलीज चढ़ने से पूर्व ही लोगों की जान की कीमत तय हो जाती है।
ओवरलोडिंग एवं प्रेशर हॉर्न वाले वाहनों पर कड़े जुर्माने का है प्रावधान
यदि जिला परिवहन विभाग ध्यान दें और नियमों के तहत कठोर जुर्माना इन ओवरलोड वाहनो पर करें तब कुछ हद तक इस समस्या से छुटकारा मिलने की संभावना दिखाई देती है।
इस संबंध में जानकारी हेतु श्रीमती रितिका पाटीदार अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से संपर्क करने का प्रयास किया किंतु उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया एवं थाना प्रभारी मेघनगर में उपस्थित नहीं थे।



