नगर के बीच मात्र एक शौचालय,,,रोड कंपनी ने तोड़ दिया,,,शौचालय के अभाव में महिलाएँ परेशान,,,प्रतिनिधियों पर उठ रहे सवाल,,,साफ सफाई के अभाव में स्कूल का शौचालय भी उपयोग के लायक नहीं…!

#Jhabuahulchul
खवासा@आनंदीलाल सिसोदिया/आयुष पाटीदार
ग्राम पंचायत खवासा का कार्यकाल तीन वर्ष पूरा हो चुका है, लेकिन अब तक पंचायत की कोई विशेष उपलब्धि सामने नहीं आई है। नगर विकास की राह देख रहा है, लेकिन जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता को लेकर लोगों में नाराज़गी बढ़ती जा रही है। 20 वार्डों के पंच भी दबी जुबान से सरपंच की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार ग्राम पंचायतों के विकास के लिए अलग से फंड देती है, कई गांव विकास की दौड़ में आगे बढ़ चुके हैं, लेकिन खवासा की स्थिति वर्षों से जस की तस है। प्रतिनिधि जनता के सवालों से बचते हुए नजर आते हैं।

महिलाओं के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं….
नगर में दिनभर बसों का आवागमन बना रहता है। रुकने के दौरान महिला यात्रियों और स्थानीय महिलाओं को शौच के लिए जगह तलाशते भटकते देखा जा सकता है। नगर के बीच स्थित एकमात्र सार्वजनिक शौचालय को सड़क निर्माण कार्य के दौरान ठेकेदार कंपनी ने तोड़ दिया। पंचायत की ओर से इसे फिर से शुरू करवाने या वैकल्पिक व्यवस्था तक नहीं की गई है। इससे राहगीरों और महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

साफ सफाई के अभाव में स्कूल का शौचालय भी उपयोग के लायक नहीं…!
बामनिया मार्ग पर स्कूल परिसर में बना शौचालय काफी अंदर स्थित होने के कारण महिला उपयोगकर्ताओं को पता ही नहीं चलता। यहाँ तक कि शौचालय का कोई बोर्ड या संकेतक भी नहीं लगाया गया है। सफ़ाई न होने के कारण बदबू फैलने से वह भी उपयोग में नहीं लाया जा रहा है।




