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दिव्य दरबार में हुआ चमत्कार,,दो बेटियों की शादी के लिए झोली फैलाकर श्री श्रीधर बैरागी ने 6 लाख रुपए की राशि एकत्रित,,,बालिका ने गुरुदेव का आभार मान कर कहा कि जिसका कोई नहीं होता उसका भगवान होता है..!

#Jhabuahulchul 

खवासा@आयुष पाटीदार/आनंदीलाल सिसोदिया 

सदगुरु पैलेस में आयोजित संगीतमय श्री हनुमान कथा के दौरान, श्री श्रीधर बैरागी ने दिव्य दरबार में एक अद्भुत चमत्कार किया। उन्होंने खवासा के पास ग्राम बामनिया की बेटी पूनम और माही पवार (लोहार) जिनके पिता नही है उन्हे दरबार मे बुलाया ओर शादी के लिए गुरु जी ने खुद झोली फैलाकर 6 लाख रुपए की राशि एकत्रित की। इन बेटिया का जिम्मा गुरु जी एवं समिति ने उठा कर कहा की एकत्रित राशि का उपयोग इन बेटियों की शादी में किया जाएगा।

बालिका का भावुक आभार..!

कथा में शामिल बालिका ने गुरुदेव का आभार मानते हुए कहा, “जिसका कोई नहीं होता, उसका भगवान होता है।” इस भावना ने सभी को भावुक कर दिया और गुरुदेव की महिमा को और अधिक प्रकट किया।

संगीतमय श्री हनुमान कथा का समापन…!

29 मार्च शनिवार को, सदगुरु पैलेस में चल रही संगीतमय श्री हनुमान कथा का समापन हवन के साथ हुआ। हवन में मुख्य जजमान के रूप में मूलचंद मीरा चौहान ने भाग लिया और कथा का लाभ उठाया।

हनुमानजी की महिमा पर पंडित श्री श्रीधर बैरागी का संदेश…!

कथा के अंतिम दिन पंडित श्री श्रीधर बैरागी ने हनुमानजी के अद्भुत गुणों और महिमा का वाचन किया। उन्होंने बताया कि हनुमानजी की पूजा करने से सभी देवी-देवताओं की पूजा पूरी होती है, क्योंकि हनुमानजी में राम, लक्ष्मण, जानकी और महादेव सभी समाहित हैं। उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति की हर इच्छा पूरी होती है।

स्थानीय श्रद्धालुओं का अनुभव..!

कथा के दौरान नगर और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। खवासा दरबार में एक श्रद्धालु ने बताया कि उनका काम पिछले 12 साल से नहीं हो रहा था, लेकिन हनुमानजी के दरबार में अर्जी लगाने के बाद उनका काम शाम को पूरा हो गया। उन्होंने अपना कार्य होने पर गड़ावदिया मंदिर निर्माण मे एक लाख रुपए देने की घोषणा कर दी।

दिव्य दरबार में हुवा एक ओर चमत्कार…!

जहां एक 6 साल की बालिका चलने में असमर्थ थी जिसे उसके माता पिता उठाकर लाए थे। गुरुजी ने मंत्रों का उच्चारण कर उसके ऊपर पानी के छिटे डाल उसे चलने को कहा लड़की पंडाल की ओर धीरे धीरे चलने लगी देखते देखते लड़की भागते हुवे पूरे पंडाल के राउंड लगाएं।

गुरुजी द्वारा सेवा का सम्मान..!

समिति के सभी सदस्यों को जिन्होंने अपनी तन, मन और धन से सेवा की, उन्हें गुरुजी द्वारा माल्या अर्पण करके सम्मानित किया गया।

 

खवासा नगर के लिए सौभाग्य की बात..!

खवासा नगर के लिए यह एक बड़े सौभाग्य की बात रही कि गुरुजी ने सुबह 6 बजे तक दिव्य दरबार लगाया, जिसमें धर्मप्रेमी जनता ने अपनी बारी का लाभ उठाया। इस अवसर पर हजारों श्रद्धालु गुरुजी के आशीर्वाद से लाभान्वित हुए।

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