एसपी पद्मविलोचन शुक्ल के नेतृत्व में झाबुआ में ‘रक्षा सखी’ अभियान ने पकड़ी रफ्तार – शिक्षा, सुरक्षा और साइबर जागरूकता के क्षेत्र में नई पहल..!

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झाबुआ@हरीश यादव
झाबुआ जिले में पुलिस अधीक्षक पद्मविलोचन शुक्ल के नेतृत्व में चलाया जा रहा ‘रक्षा सखी कार्यक्रम’ तेजी से जन-जागरूकता का एक सशक्त माध्यम बनता जा रहा है। इस अभियान के तहत ग्राम ढेकल बड़ी में आज एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीणों, महिलाओं, युवाओं और बच्चों ने सहभागिता की।
एसपी शुक्ल की पहल पर संचालित यह कार्यक्रम
महिलाओं की सुरक्षा, बच्चों की शिक्षा, साइबर अपराधों से बचाव और यातायात नियमों की जानकारी जैसे अहम विषयों पर केंद्रित है। उनका उद्देश्य है कि जिले का प्रत्येक नागरिक न केवल जागरूक हो, बल्कि अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति भी सजग बन सके।
एसपी शुक्ल की रणनीतिक सोच से ग्रामीणों तक पहुंचा संदेश
पुलिस अधीक्षक पद्मविलोचन शुक्ल ने पदभार ग्रहण करने के बाद से ही पुलिस को समाज से जोड़ने और कानून व्यवस्था के साथ-साथ सामाजिक चेतना निर्माण के लिए अनेक कदम उठाए हैं। ‘रक्षा सखी कार्यक्रम’ भी इसी सोच की एक कड़ी है, जिसका उद्देश्य है पुलिस और जनता के बीच संवाद बढ़ाना और विशेष रूप से ग्रामीण व महिला वर्ग को जागरूक बनाना।
उनके निर्देशन में पुलिस विभाग न केवल अपराध नियंत्रण पर ध्यान दे रहा है, बल्कि समाज के भीतर शिक्षा, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता जैसे विषयों पर भी सक्रिय भागीदारी निभा रहा है।
बच्चों को दी शिक्षा की अहमियत, अभिभावकों को किया प्रेरित
ग्राम ढेकल बड़ी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान ‘रक्षा सखी’ टीम ने बच्चों को शिक्षा को जीवन की नींव बताया। उन्हें प्रेरित किया गया कि वे किसी भी हालात में पढ़ाई न छोड़ें और कम से कम 12वीं तक की पढ़ाई जरूर करें।
एसपी शुक्ल के निर्देश पर अभिभावकों को भी यह संदेश दिया गया कि वे बच्चों को नियमित स्कूल भेजें और उन्हें नदी, नालों और कुओं जैसे खतरनाक स्थानों से दूर रखें।
साइबर सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों की दी जानकारी
कार्यक्रम में ग्रामीणों को 100 डायल आपातकालीन सेवा, सड़क सुरक्षा नियमों, और साइबर ठगी से बचाव के विषय में विस्तृत जानकारी दी गई। यह जानकारी विशेष रूप से युवाओं और महिलाओं के लिए बेहद उपयोगी रही, क्योंकि आज के डिजिटल युग में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं।
एसपी शुक्ल का मानना है कि जब तक नागरिक डिजिटल रूप से सुरक्षित नहीं होंगे, तब तक कानून व्यवस्था पूरी तरह प्रभावी नहीं हो सकती।
हेलमेट पहनने की शपथ, सुरक्षा के प्रति सजगता
कार्यक्रम के अंत में कई ग्रामीणों ने हेलमेट पहनने की शपथ ली और सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने का संकल्प लिया। यह कदम न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा को बढ़ावा देता है, बल्कि समाज में सुरक्षित यातायात की संस्कृति विकसित करने में भी सहायक है।
अभियान का होगा और विस्तार : एसपी शुक्ल
एसपी पद्मविलोचन शुक्ल ने कार्यक्रम के समापन पर कहा कि ‘रक्षा सखी कार्यक्रम’ के माध्यम से झाबुआ जिले के प्रत्येक गांव तक जागरूकता की यह रोशनी पहुंचाई जाएगी।
उनके अनुसार, यह अभियान केवल पुलिस की कार्रवाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक आंदोलन है जिसमें हर नागरिक की भागीदारी आवश्यक है।
उन्होंने यह भी बताया कि आगामी महीनों में जिले के अन्य इलाकों में स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, नशा मुक्ति और बाल सुरक्षा जैसे मुद्दों पर भी इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
झाबुआ में एसपी पद्मविलोचन शुक्ल द्वारा संचालित ‘रक्षा सखी कार्यक्रम’ पुलिस और समाज के बीच की दूरी को कम करने की एक प्रभावशाली पहल बनकर उभर रहा है। यह न केवल कानून व्यवस्था को मजबूत कर रहा है, बल्कि शिक्षा, सुरक्षा और संवेदनशीलता की दिशा में एक प्रेरणास्पद उदाहरण भी प्रस्तुत कर रहा है।