
#Jhabuahulchul
खवासा@आनंदीलाल सिसोदिया/आयुष पाटीदार
ग्राम खवासा में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के दौरान किसानों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। किसानों का आरोप है कि समिति के कर्मचारी उन्हें अनावश्यक रूप से परेशान कर रहे हैं। साफ-सुथरा गेहूं लाने के बावजूद उसे अस्वीकार कर दिया जाता है, जिससे किसानों को मजबूरन अपना अनाज वापस घर ले जाना पड़ता है।
किसानों का दर्द: साफ गेहूं भी नहीं खरीदा जा रहा…!
किसानों ने बताया कि खरीदी केंद्रों पर मनमानी हो रही है। कई बार उनका गेहूं साफ होने के बावजूद यह कहकर अस्वीकार कर दिया जाता है कि वह ‘फेल’ है। इससे उन्हें अतिरिक्त परिवहन और श्रम का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
प्रशासन की अनदेखी का आरोप: जनपद उपाध्यक्ष ने जताई नाराज़गी…!
जनपद उपाध्यक्ष मायादेवी प्रेम सिंह चौधरी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सब सरकार और प्रशासन की मिलीभगत से हो रहा है। उन्होंने बताया कि उन्होंने कई बार एसडीएम को फोन कर समस्या से अवगत कराया, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
जनपद उपाध्यक्ष मायादेवी प्रेम सिंह चौधरी
विधायक प्रतिनिधि भी हुए परेशान: किसानों की आवाज को बताया जायज़…!
विधायक प्रतिनिधि कमलेश पटेल ने भी किसानों की समस्या को गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि किसानों को अनावश्यक रूप से गेहूं ‘फेल’ कर लौटाया जा रहा है, जिससे उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि किसान इस समस्या को लेकर विधायक से भी मिल चुके हैं।
विधायक प्रतिनिधि कमलेश पटेल
जब इस संबंध में संस्था मैनेजर शंकर पाटीदार से जानकारी लेना चाही तो उनका कहना है कि शासन का नियम हे कि जो गेहूं छनी से छानकर साफ हो उन्हें ही खरीदा जाए लेकिन किसान एक ट्राली गेहूं अच्छे लाते हे और उसके बाद की गेहूं मिक्स लाते हे, जिसके चलते हम किसानों को साफ गेहूं कर लाने का आग्रह कर रहे हे।