झाबुआटॉप न्यूज़थांदलापेटलावद

पुलिस अधीक्षक झाबुआ श्री पद्मविलोचन शुक्ल द्वारा ग्राम चंद्रगढ़ रायपुरिया में संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया..!

#Jhabuahulchul 

झाबुआ डेस्क। जिले के ग्राम चंद्रगढ़ थाना रायपुरिया में पुलिस अधीक्षक पद्मविलोचन शुक्ल द्वारा ग्राम सुरक्षा समिति के सदस्यों एवं स्थानीय जनता के बीच संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित हुए व पुलिस अधीक्षक का स्वागत किया।

पुलिस अधीक्षक ने समाज में व्याप्त विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और सभी को जागरूक करने के लिए महत्वपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने इस तरह के कार्यक्रमों के महत्व पर प्रकाश डाला और बताया कि इन आयोजनों से पुलिस और आम जनता के बीच बेहतर संवाद स्थापित करने में मदद मिलती है। उन्होंने कहा ऐसे कार्यक्रम जनता को मंच प्रदान करते है जहां समाज की समस्याओं और उनके समाधान पर विचार-विमर्श किया जा सकता है।

कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक ने सायबर अपराध के बढ़ते मामलों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि डिजिटल दुनिया में बढ़ती साक्षरता और इंटरनेट का उपयोग करते हुए कई लोग सायबर अपराध का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने ग्रामवासियों को इंटरनेट का सुरक्षित उपयोग करने के बारे में जागरूक किया और कहा कि सोशल मीडिया, ऑनलाइन बैंकिंग, और अन्य डिजिटल प्लेटफार्मों पर सतर्कता बरतना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों को इंटरनेट से जुड़े खतरों के बारे में बताया और उन्हें सावधान रहने की सलाह दी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी को सायबर अपराध से संबंधित कोई समस्या उत्पन्न हो, तो उसे तुरंत पुलिस से संपर्क करना चाहिए साथ ही साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करा सकते है।

पुलिस अधीक्षक ने महिला सुरक्षा पर भी अपने विचार साझा करते हुए कहा कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि पुलिस प्रशासन इस दिशा में कड़ी मेहनत कर रहा है, लेकिन समाज के प्रत्येक व्यक्ति को इस मुद्दे पर अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।

महिला सुरक्षा के संदर्भ में पुलिस अधीक्षक महोदय ने महिला हेल्पलाइन नंबर 1091 और 112 जैसी सेवाओं के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि महिलाओं को किसी भी प्रकार की हिंसा या उत्पीड़न का सामना करना पड़े, तो उन्हें बिना किसी डर के पुलिस से मदद लेनी चाहिए।

कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक ने यातायात जागरूकता पर भी जोर दिया। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे सड़क पर सुरक्षित तरीके से चलें और यातायात नियमों का पालन करें। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क हादसों की संख्या बढ़ रही है, विशेषकर बाइक और अन्य दोपहिया वाहनों के तेज चलाने के कारण। उन्होंने सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने, हेलमेट पहनने और सीट बेल्ट लगाने का महत्व बताया। इसके अलावा, उन्होंने शराब पीकर गाड़ी चलाने के खिलाफ भी जागरूकता फैलाने की बात की और इसे एक गंभीर अपराध के रूप में देखा।

पुलिस अधीक्षक ने बच्चों की शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए उपस्थित ग्रामवासियों से अपील की कि वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने की कोशिश करें, क्योंकि शिक्षा ही एकमात्र साधन है जिससे समाज में बदलाव लाया जा सकता है। उन्होंने कहा, “एक बच्चे को अच्छी शिक्षा देना उसके उज्जवल भविष्य के लिए जरूरी है। अगर हम अपने बच्चों को सही दिशा में शिक्षित करेंगे, तो हम समाज में बदलाव ला सकते हैं।” अच्छे नागरिक बनाने के लिए शिक्षा बेहद अहम है। उन्होंने कि हमें अपने बच्चों को कम से 12 वीं कक्षा तक अवश्य पढ़ना चाहिए और कम उम्र बच्चों की शादी नहीं करना चाहिए।

कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक ने समाज में व्याप्त कुरीतियों और दहेज प्रथा पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आज भी कई स्थानों पर दहेज प्रथा और अन्य कुरीतियाँ समाज में प्रचलित हैं, जो कि समाज की प्रगति में रुकावट डालती हैं। उन्होंने ग्रामवासियों से अपील की कि वे इन कुरीतियों से दूर रहें और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में काम करें। पुलिस अधीक्षक ने विशेष रूप से दहेज प्रथा का विरोध करने का आह्वान किया और बताया कि यह समाज के लिए एक गंभीर समस्या है, जिसे समाप्त करना हम सभी की जिम्मेदारी है। साथ ही उन्होंने बताया कि युवाओ में नशे की लत एक बुरी समस्या है लोग शराब, गुटखा, के साथ अन्य प्रकार के ड्रग आदि के नशे का सेवन करते है जिससे उन्हें शारीरिक नुकसान तो होता ही साथ ही आर्थिक नुकसान भी होता है इसीलिए हमें हर प्रकार के नशे से दूर रहना चाहिए।

कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेमलाल कुर्वे ने आमजन को आगामी त्यौहार भगोरिया पर्व के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने, डीजे का उपयोग न करने, शराब या अन्य किसी प्रकार के नशे का सेवन न करने हेतु जागरूक किया साथ ही उन्होंने समाज में व्याप्त कुरीतिओ, दहेज दापा, भांजगढ़ी आदि के दुष्प्रभावों को बताते हुए इसे त्यागने की सलाह दी।

साथ ही उन्होंने उपस्थित लोगो को अपने बच्चो को कम से 12 वी तक अवस्य पढ़ाने के लिए कहा ताकि बच्चो के अंदर अच्छा बुरा समझने की क्षमता विकसित हो सके।
उन्होंने कहा की इस कार्यक्रम के जरिए जो संदेश लेकर गए हैं, उसे अपने जीवन में लागू करें। उन्होंने सभी से यह भी अनुरोध किया कि वे पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर अपने गांव को सुरक्षित और समृद्ध बनाने में योगदान दें।

कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक पद्मविलोचन शुक्ल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेमलाल कुर्वे, एसडीओपी पेटलावद कमलेश शर्मा, रक्षित निरीक्षक झाबुआ अखिलेश राय, थाना प्रभारी पेटलावद श्री दिनेश शर्मा, थाना प्रभारी रायपुरिया जयसीराम बरडे, साइबर सेल प्रभारी निरी. दिलीप मौर्य, रक्षा सखी टीम, साइबर टीम, ग्रामीणजन, पत्रकार बंधु उपस्थित रहे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!