
#Jhabuahulchul
बामनिया@जितेंद्र बैरागी
बामनिया पुलिस चौकी में जब से कमान चौकी प्रभारी के रूप में गोवर्धन सिंह मावी ने संभाली है। तब से सड़क पर खड़े करने वाले लोगों को अपने वाहनों के नंबर अच्छी तरीके से याद करवा दिया। पुलिस की गाड़ी देखते ही लोग अपने वाहन को सफेद पट्टी से नीचे लगा देते हैं।
परंतु सवाल यह खड़ा होता है।…
इतने सख्त रवैया के चौकी प्रभारी का ध्यान आखिरकार मुख्य चौराहे से लेकर गली-गली में फल फूल रहा सट्टे के काले कारोबार क्यों नहीं जाता। जो मुख्य चौराहे, अंडे वाली गली, अमरगढ़ रोड, रतलाम रोड, खवासा नाके पर इन दिनों भरपूर आंकड़ों का खेल चल रहा है।
विशेष वर्ग के लोग आदिवासियों को बना रहे टारगेट।
शहर की चमक दमक के पीछे छुपी हुई बुराई से अब तक अछूते रहे। गांव के भोले भाले आदिवासी भी विशेष वर्ग के युवक के टारगेट में है। जो इनको सट्टे के आंकड़ों में उलझा कर जीवन बर्बाद कर रहा है।
सूत्र के मुताबिक बामनिया के आसपास के आदिवासी युवा मोबाइल से सट्टा उतराते हैं। और खबर आने के इंतजार में होटलों , चढ़ाव ,पर दिन भर बैठे रहते हैं।
आदीवासी समाज के उत्थान के लिए। समाज के युवा दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। परंतु बामनिया में आदिवासी युवक सट्टे के लत का शिकार हो रहे हैं।
अगले अंक में….पुलिस की दबिश के पहले कौन देता है सटोरियों को सूचना..!
वीडियो देख,,चश्मे से चुकी पुलिस सभ्य व्यक्ति पर डाला हाथ,,।