#Jhabuahulchul
सारंगी@संजय उपाध्याय
नगर में रविवार को कार्तिक शुक्ल की आंवला नवमी भक्ति भाव से मनाई गई प्रातः काल से महिला श्रद्धालु ने मंदिर में पहुंचकर आंवले के पेड़ की पूजा की ओंकारेश्वर महादेव मंदिर पर स्थित आवले के पेड़ की पूजा करने के लिए महिलाओं की भीड़ रही हर साल अक्षय नवमी कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है इस शुभ दिन पर आवले के वृक्ष की पूजा की जाती है आवले के वृक्ष के नीचे महिलाएं घी का दीपक लगाकर सबसे पहले भगवान विष्णु और महादेव को अर्पित किया जाता है सनातन धर्म ग्रंथो से पता चलता है कि लक्ष्मी जी ने सबसे पहले आवले के वृक्ष की पूजा की थी आवले के पेड़ के नीचे भोजन बनाकर भगवान विष्णु और महादेव जी को खिलाया था तभी से हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी को आंवला नवमी मनाई जाती है इस दिन महिलाएं उपवास भी रखती है एवं अपने घर एवं परिवार की सुख शांति के लिए भगवान विष्णु जी, लक्ष्मी जी, भोलेनाथ की आराधना करती है।