खवासा गाँव में शोक की लहर: एक ही परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़,,मासूम खुशी ने रोते-रोते दी पिता को मुखाग्नि…!

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खवासा@आयुष पाटीदार/आनंदीलाल सिसोदिया
खवासा गाँव में एक ही परिवार पर बीते पाँच महीनों में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पाँच माह पूर्व, गाँव के रमेश चौहान के बड़े बेटे मनीष चौहान के 12 वर्षीय पुत्र मारुति चौहान का दो दिन की बीमारी के बाद निधन हो गया था। इस दर्दनाक हादसे से परिवार अभी उबर भी नहीं पाया था कि कल फिर उन पर कुदरत का कहर टूट पड़ा।
रमेश चौहान के छोटे बेटे, 33 वर्षीय कपिल चौहान को अचानक पेट में तेज दर्द हुआ। उन्हें तत्काल स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उन्हें दाहोद से वडोदरा रेफर कर दिया। वडोदरा अस्पताल में भर्ती होने के बाद वहाँ के डॉक्टरों ने उन्हें अन्यत्र ले जाने की सलाह दी। जैसे ही परिवार के सदस्य उन्हें लेकर निकले, रास्ते में ही कपिल ने दम तोड़ दिया।
कपिल की मौत की खबर जैसे ही गाँव में पहुँची, मातम पसर गया। इस दुखद घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। कपिल की तीन छोटी-छोटी बेटियां खुशी (11 वर्ष), साक्षी (8 वर्ष) और रक्षा (2 वर्ष) भी हैं। आज सोमवार को गाँव के मुक्तिधाम पर कपिल का अंतिम संस्कार किया गया। उनकी सबसे बड़ी बेटी खुशी ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। इस मासूम बच्ची को शायद यह भी नहीं पता कि उसके पिता अब इस दुनिया में नहीं रहे। पूरे गाँव में शोक की लहर है और हर कोई इस परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त कर रहा है।