झाबुआ

झाबुआ में पर्युषण महापर्व का सातवां दिन : साध्वी भगवंतों ने किया कल्पसूत्र वाचन…!

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झाबुआ@हरीश यादव 

झाबुआ में पर्युषण महापर्व के सातवें दिन श्री बावन जिनालय के पौषध भवन में परम पूज्य साध्वी भगवंत रत्नरेखा श्रीजी और अनुभव दृष्ट श्रीजी ने कल्पसूत्र का वाचन किया। इस वाचन के दौरान प्रभु महावीर का जीवन चरित्र विस्तार से श्रवण करवाया गया।

साध्वी भगवंत कल्पदर्शिता श्रीजी ने मधुर स्वर में प्रभु वंदना प्रस्तुत की, जिसमें प्रभु से यह प्रार्थना की गई कि विश्वास कभी न टूटे। उन्होंने वातावरण की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यदि जीवन में शक्ति है तो तपस्या से कर्मों का क्षय करना चाहिए। इससे आत्मा शुद्ध होती है और जीवन को सच्चाई के साथ जीने की कला आती है।

साध्वीजी ने कहा कि तपस्या का उद्देश्य प्रवृत्ति से निवृत्ति की ओर बढ़ना है। उन्होंने संदेश दिया कि जो भीतर है वही बाहर झलकना चाहिए। तपस्या प्रामाणिकता से करें और उसका प्रदर्शन न करें।

कल (बुधवार) को बारसा सूत्र का वाचन किया जाएगा, जो कल्पसूत्र का ही मूल रूप है। साध्वीजी ने कहा कि श्रावकों को ध्यान केंद्रित कर इसे श्रवण करना चाहिए। उन्होंने यह भी संदेश दिया—

“जहां रिश्ते टूटे हैं उन्हें जोड़ो और जो बीत गया है उसे छोड़ दो। क्यों उसे पकड़ कर बैठे हो? चलो आगे बढ़ते हैं।”

आठवां दिन: बारसा सूत्र वाचन और ज्ञान पूजा

बुधवार को पर्युषण पर्व के आठवें दिन बारसा सूत्र का वाचन साध्वी भगवंत द्वारा किया जाएगा। इसके साथ ही ज्ञान पूजा का आयोजन होगा।

पूजा और लाभार्थी परिवार इस प्रकार हैं:

5 वासक्षेप पूजा:

प्रथम: उल्लास मणिलाल जैन परिवार

द्वितीय: जितेंद्र कुमार, भूपेंद्र कुमार बाबेल परिवार

तृतीय: यशवंत, निखिल, शार्दुल भंडारी परिवार

चतुर्थ और पंचमी: राजेंद्र घेवरमल जैन शुभम परिवार

अष्टप्रकारी पूजन: संजय कुमार, जितेंद्र कुमार जगावत परिवार

बधावणा: मनोहरलाल, प्रतीक मोदी परिवार

ज्ञान की आरती: धर्मचंद, ज्ञानचंद मेहता परिवार

व्याख्यान का संकलन अशोक कटारिया द्वारा किया गया और जानकारी मीडिया प्रभारी रिंकू रुनवाल ने दी।

संवत्सरी प्रतिक्रमण और 84 लाख जीवायोनियों से क्षमायाचना

बुधवार को शाम 4 बजे श्री ऋषभदेव 52 जिनालय में संवत्सरी प्रतिक्रमण का आयोजन होगा। इस अवसर पर पिछले वर्ष मन, वचन और काया से हुई किसी भी त्रुटि के लिए मिच्छामी दुक्कड़म करते हुए 84 लाख जीवायोनियों से क्षमायाचना की जाएगी।

तपस्वियों की अट्ठाई तपस्या: गुरुवार को पारणा और बहुमान

इस पर्युषण पर्व में 11 तपस्वी अट्ठाई तपस्या कर रहे हैं। इनमें शामिल हैं:

अंकित कटारिया (9 उपवास)

पंकज कोठारी, विपुल जैन, शुभम जैन

राकेश गोखरु, रत्नदीप, मोनु सकलेचा

कु. नीर जैन, अंजू भंडारी

सिमरन जैन, खुशी भंडारी

डॉ. मेघा बॉबेल, ज्योति सकलेचा

गुरुवार को सुबह 7:45 बजे पारणे का आयोजन होगा, जिसका लाभ यशवंत जी, निखिल जी, शार्दूल जी भंडारी परिवार ने लिया है। पारणा के बाद सामूहिक क्षमायाचना होगी और सभी अट्ठाई तपस्वियों का श्री संघ की ओर से शाल और श्रीफल से बहुमान किया जाएगा।

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