
#Jhabuahulchul
झाबुआ@आयुष पाटीदार
झाबुआ जिले के मोहनकोट गांव में इंसानियत की रूह काँप उठी। माँ की ममता, जो कभी भूख से बिलखते बच्चे की हर धड़कन को सुन लेती थी, आज उसी ममता को किसी ने सड़क किनारे मरने को छोड़ दिया। ग्राम मोहनकोट के बस स्टैंड पर एक नवजात शिशु का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। वो मासूम, जिसने अभी सांसें लेना शुरू ही किया था, जिंदगी से पहले ही दुनिया को अलविदा कह गया।
बस स्टैंड के पास सड़क किनारे पड़ी उस नन्ही सी लाश को देखकर ग्रामीणों की आंखें भर आईं। सूचना मिलने पर रायपुरिया पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उस नवजात को वहाँ किसने और क्यों फेंका, पर यह निश्चित है कि जिसने भी यह किया, उसने केवल एक मासूम की हत्या नहीं की, बल्कि माँ जैसे शब्द को कलंकित कर दिया।
कभी “माँ” उस मूरत का नाम थी जो अपने बच्चे को सूखे में सुलाकर खुद गिले में सो जाती थी। लेकिन आज…? वही माँ अपने अंश को सड़क किनारे फेंक आई?
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।