
#Jhabuahulchul
झाबुआ@हरीश यादव
झाबुआ की आदिवासी महिला रेखा को दांत दर्द की शिकायत थी। वह अपने पति के साथ मेडिकल स्टोर से दवा लेने गई, जहां गलती से उसे दर्द निवारक दवा की जगह सल्फास की गोली दे दी गई। सल्फास खाने के बाद उसकी हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई।
सल्फास एक कीटनाशक है, न कि कोई औषधि। यह मेडिकल स्टोर में बेचना प्रतिबंधित है। सवाल यह उठता है कि यह ज़हर मेडिकल स्टोर में कैसे मौजूद था..?
प्रशासनिक कार्रवाई:
मेडिकल संचालक हिरासत में लिया गया है।
मेडिकल स्टोर को सील कर दिया गया है।
लाइसेंस जप्त कर लिया गया है।
ड्रग इंस्पेक्टर और पुलिस मामले की जांच कर रहे हैं।
परिजनों और सामाजिक संगठनों ने इसे गंभीर लापरवाही बताते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। लोगों को आशंका है कि मेडिकल स्टोर किसी रसूखदार व्यक्ति से जुड़ा है, इसलिए निष्पक्ष जांच पर सभी की नजरें टिकी हैं।
पुलिस अधीक्षक पदम विलोचन शुक्ला ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और पूरी जांच की जा रही है, किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
यह घटना सिर्फ एक महिला की मौत नहीं, बल्कि मेडिकल सिस्टम की एक बड़ी विफलता है। प्रशासन को इस मामले में पारदर्शी और कठोर कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाहियाँ दोहराई न जा सकें।





