कलेक्टर नेहा मीना ने महिला एवं बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक ली..!

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झाबुआ@हरीश यादव
कलेक्टर नेहा मीना की अध्यक्षता में महिला एवं बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में विभागीय योजनाओं, कुपोषण उन्मूलन, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं और आगामी दस्तक अभियान की तैयारियों की विस्तार से समीक्षा की गई।
कुपोषण की स्थिति और आंगनवाड़ी केंद्रों की समीक्षा
जिले में नवीन कुपोषण चिन्हांकन के अनुसार कुल 622 बच्चे कुपोषित पाए गए हैं, जो 402 आंगनवाड़ी केन्द्रों से संबंधित हैं।
44 आंगनवाड़ी केन्द्रों पर 2 से अधिक कुपोषित बच्चे चिन्हित किए गए हैं।
476 बच्चों की मोटी आई (MUAC) माप ली गई है, जबकि 115 बच्चे पलायन पर हैं।
एनआरसी (Newborn Resource Centre) की पिछले तीन माह की रिपोर्ट की भी समीक्षा की गई।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि “कुपोषण मुक्त झाबुआ” अभियान के तहत हाल ही में नियुक्त सीडीपीओ का ओरिएंटेशन आयोजित किया जाए और सभी अधिकारी सक्रियता से कार्य करें।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की प्रगति पर नाराजगी
योजना की प्रगति सिर्फ 55% पाए जाने पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई।
हर परियोजना की बॉटम 4 सुपरवाइजर को नोटिस देने के निर्देश दिए।
निर्देशित किया कि गर्भवती महिलाओं की जानकारी प्राथमिकता के आधार पर पोर्टल पर दर्ज की जाए और रोजाना मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए।
टेक्निकल समस्या आने पर सुपरवाइजर की सहायता करने के निर्देश भी दिए।
लाड़ली लक्ष्मी योजना एवं पोषण ट्रैकर की समीक्षा
पोषण ट्रैकर के माध्यम से गर्भवती महिलाएं, धात्री महिलाएं, एवं बच्चों को प्रदत्त THR (Take Home Ration) की स्थिति की समीक्षा की गई।
निर्देश दिया गया कि :
आंगनवाड़ी केंद्रों का नियमित निरीक्षण हो।
3 समय के अनुसार गुणवत्तापूर्ण भोजन सुनिश्चित किया जाए।
सभी आंगनवाड़ियों का एसडीएम, तहसीलदार एवं जिला अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया जाए।
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा :
ANC (Antenatal Care) पंजीकरण की स्थिति का मूल्यांकन किया गया :
2024 में : 88.1%
2025 में : 90.6% (सुधार)
राणापुर में अच्छे कार्य के लिए उसकी कार्ययोजना अन्य ब्लॉकों को बताने के निर्देश दिए।
पेटलावद, मेघनगर, झाबुआ में प्रगति लाने के निर्देश दिए।
बॉटम सेक्टर सुपरवाइजरों को नोटिस देने के निर्देश दिए गए।
पहले ट्राइमेस्टर में छूटे हुए गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण अनिवार्य रूप से करने पर बल दिया गया।
हाई रिस्क प्रेग्नेंसी पर विशेष ध्यान देने का निर्देश।
IMR, MMR एवं NNMR को कम करने के लिए मुख्य सचिव के निर्देशों का पालन करने के निर्देश।
टीकाकरण और दस्तक अभियान 2025
पूर्ण टीकाकरण में कम प्रगति वाले सेक्टर्स की समीक्षा कर संबंधित सुपरवाइजरों को नोटिस जारी करने के निर्देश।
BMO को टीकाकरण सेशन का शेड्यूल बनाकर शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने के निर्देश।
आगामी दस्तक अभियान : तिथि: 22 जुलाई से 16 सितंबर 2025
उद्देश्य : बच्चों में निमोनिया, कुपोषण, एनीमिया, डायरिया जैसे रोगों की पहचान व उपचार।
अभियान के निर्देशों का अक्षरशः पालन किया जाए एवं निचले स्तर तक आदेशों का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।
इस बैठक में प्रमुख रूप से : सीएमएचओ डॉ. बी.एस. बघेल, जिला कार्यक्रम अधिकारी आर.एस. बघेल, सहायक संचालक अजय चौहान, सभी बीएमओ, सीडीपीओ, सेक्टर सुपरवाइजर एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर नेहा मीना ने सभी संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि कुपोषण, मातृ-शिशु स्वास्थ्य और योजनाओं के क्रियान्वयन में समन्वय, सक्रियता और उत्तरदायित्व की भावना से कार्य करें ताकि जिले में मातृ एवं बाल स्वास्थ्य संकेतकों में ठोस सुधार सुनिश्चित किया जा सके।