भोले के जयकारों से गूंजा रायपुरिया,,पानी की बौछारों में निकली कांवड़ यात्रा,,गुप्तेश्वर महादेव तक 15 किलोमीटर पैदल चले श्रद्धालु, ग्रामीणों ने किया स्वागत..!

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रायपुरिया@राजेश राठौड़
सावन मास के प्रथम सोमवार को रायपुरिया में भक्ति और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला। स्थानीय राम मंदिर प्रांगण से कांवड़ यात्रा का भव्य शुभारंभ हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में शिवभक्तों ने भाग लिया। जय भोलेनाथ के गगनभेदी नारों के बीच यह यात्रा रायपुरिया से प्रारंभ होकर 15 किलोमीटर दूर चरणपुर स्थित गुप्तेश्वर महादेव मंदिर तक पहुंची।
पहाड़ों और गुफाओं के मध्य स्थित यह प्राचीन मंदिर श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है। यहां भगवान शिव की गुफा में विराजमान प्रतिमा के साथ 12 ज्योतिर्लिंगों की प्रतिकृति भी स्थापित है, जो भक्तों को विशेष आध्यात्मिक अनुभूति प्रदान करती है।
यात्रा के दौरान शिवभक्तों पर बारिश की बौछारें भी हुईं, जिसे श्रद्धालुओं ने भोलेनाथ का आशीर्वाद मानकर और भी उत्साह से यात्रा जारी रखी। पूरे रास्ते में भक्तों का स्वागत ग्रामीणों द्वारा जगह-जगह जल, शरबत, फल और प्रसाद वितरण कर किया गया।
ग्राम पंचायत द्वारा कांवड़ यात्रियों के स्वागत की विशेष व्यवस्था की गई थी। सरपंच प्रतिनिधि नंदलाल निनामा, सचिव तोलसिंह निनामा सह सचिव राजेंद्र सालवी तथा पंचगणों द्वारा श्रद्धालुओं का पुष्पवर्षा और आरती से स्वागत किया गया। यात्रा के दौरान संपूर्ण वातावरण “हर-हर महादेव” और “बम-बम भोले” के जयघोष से भक्तिमय हो गया।
गांव के मुख्य मार्गों से होती हुई यात्रा जब गुप्तेश्वर महादेव मंदिर पहुंची, तो वहां भक्तों ने जलाभिषेक कर भगवान भोलेनाथ से सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। सावन माह में इस प्रकार की धार्मिक यात्राएं ग्रामीण संस्कृति और आस्था की जीवंत मिसाल बनती जा रही हैं।