आधार कार्ड के खातिर,,,आमजन परेशान,,,खवासा में आधार केंद्र नहीं, 40 से ज्यादा गांवों के हजारों लोग हो रहे परेशान,,,जिम्मेदार मौन..!

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खवासा@आयुष पाटीदार/आनंदीलाल सिसोदिया
झाबुआ जिले के राजस्थान सीमावर्ती गांव खवासा और उसके आसपास के 40 से अधिक गांवों के लोग इन दिनों एक बेहद गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं। क्षेत्र में आधार कार्ड केंद्र की अनुपलब्धता ने आम नागरिकों की जिंदगी को कठिन बना दिया है। बच्चों के स्कूलों में दाखिले से लेकर महिलाओं और बुजुर्गों को सरकारी योजनाओं के लाभ तक, हर जगह आधार की जरूरत होती है, लेकिन खवासा में इसकी सुविधा न होने से लोग दूर-दराज के कस्बों और शहरों का रुख करने को मजबूर हैं।
छात्र-छात्राएं हो रहे सबसे ज्यादा प्रभावित
नवीन शैक्षणिक सत्र की शुरुआत के साथ स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया भी प्रारंभ हो गई है। लेकिन जिन बच्चों के पास आधार कार्ड नहीं है या उसमें संशोधन की आवश्यकता है, उन्हें भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें या उनके अभिभावकों को कई किलोमीटर दूर जाकर आधार अपडेट कराना पड़ता है।
महिलाएं और बुजुर्ग भी परेशान
आधार कार्ड की अनिवार्यता सिर्फ शिक्षा क्षेत्र तक सीमित नहीं है। राशन, पेंशन, श्रमिक योजनाएं, और प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी दर्जनों योजनाएं आधार से लिंक हैं। लेकिन स्थानीय स्तर पर आधार केंद्र न होने से कई बार दस्तावेज अधूरे रह जाते हैं और लाभ नहीं मिल पाता।
लोकसेवा केंद्र है, फिर भी आधार सेवा नहीं
खवासा क्षेत्र में लोकसेवा केंद्र संचालित हो रहा है, जहां आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, मूलनिवासी प्रमाण पत्र जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं, लेकिन आधार जैसी मूलभूत और अत्यंत आवश्यक सेवा उपलब्ध नहीं है। यह विडंबना है कि जहां बाकी सुविधाएं मिल रही हैं, वहां आधार केंद्र की गैर-मौजूदगी अब जनसमस्या बन गई है।