मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा ‘मुख्यमंत्री प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना’ के अंतर्गत 94 हजार 234 विद्यार्थियों को सिंगल क्लिक से 235.58 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि वितरित..!

झाबुआ जिले के 508 मेधावी विद्यार्थियों को मिले 1.27 करोड़ रुपये, सांदीपनि विद्यालय में हुआ राज्य स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण एवं प्रमाण पत्र वितरण..!
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झाबुआ@हरीश यादव
प्रदेश के विद्यार्थियों को डिजिटल युग से जोड़ते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में एक और ऐतिहासिक कदम उठाया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ‘मुख्यमंत्री प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना’ के तहत वर्ष 2024-25 की कक्षा 12वीं परीक्षा में 75 प्रतिशत या उससे अधिक अंक अर्जित करने वाले 94,234 विद्यार्थियों को लैपटॉप क्रय हेतु प्रति विद्यार्थी 25,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि सिंगल क्लिक से उनके खातों में अंतरित की। इस अवसर पर कुल राशि 235 करोड़ 58 लाख 50 हजार रुपये विद्यार्थियों को प्रदान की गई।
मुख्य समारोह राजधानी भोपाल स्थित कुशाभाउ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर, मिन्टो हॉल में आयोजित हुआ, जहां मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा,
“डिजिटल तकनीक के इस युग में शिक्षा का स्वरूप बदला है। आज के विद्यार्थी ऑनलाइन क्लासेस, डिजिटल पुस्तकें और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए तकनीकी संसाधनों की आवश्यकता रखते हैं। सरकार का उद्देश्य है कि कोई भी होनहार छात्र संसाधनों की कमी के कारण पीछे न रहे।
झाबुआ जिले में भी आयोजित हुआ स्थानीय कार्यक्रम
मुख्यमंत्री द्वारा किए गए सिंगल क्लिक अंतरण के अंतर्गत झाबुआ जिले के 508 विद्यार्थियों के खातों में कुल 1 करोड़ 27 लाख रुपये जमा किए गए। इस उपलब्धि को जिले में भी उत्सव की तरह मनाया गया। सांदीपनि विद्यालय, झाबुआ में कलेक्टर नेहा मीना की मुख्य अतिथि एवं नगर परिषद अध्यक्ष कविता सिंगार तथा जनपद अध्यक्ष के विशेष आतिथ्य में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया।
मुख्यमंत्री के उद्बोधन के उपरांत आयोजित स्थानीय कार्यक्रम में कलेक्टर नेहा मीना ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा, “इस योजना का उद्देश्य विद्यार्थियों को न केवल तकनीकी रूप से सशक्त बनाना है, बल्कि उन्हें उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए साधन उपलब्ध कराना भी है। आप सभी इस राशि से अपनी पसंद का लैपटॉप खरीदें और इसका सदुपयोग अपनी शिक्षा में करें।”
उन्होंने आगे कहा, “12वीं के बाद आपने विभिन्न करियर विकल्पों को चुना है। चाहे इंजीनियरिंग हो, मेडिकल, कॉमर्स, आर्ट्स या प्रतियोगी परीक्षाएँ। हर दिशा में लैपटॉप एक अनिवार्य साधन बन गया है। विद्यार्थी जीवन में अनुशासन, नियमित अभ्यास और आत्मविश्वास बहुत आवश्यक है। शिक्षकों को भी चाहिए कि वे विद्यार्थियों में आत्मविश्वास विकसित करने हेतु उन्हें सार्वजनिक मंचों पर बोलने का अवसर दें।”
सांदीपनि विद्यालय के 75 विद्यार्थियों को किया गया सम्मानित
इस अवसर पर सांदीपनि विद्यालय के 75 विद्यार्थियों को जिन्होंने 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए, उन्हें प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त जिले के अन्य विद्यालयों से आए विद्यार्थियों को भी अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान कुछ विद्यार्थियों ने मंच पर अपने सफलता के अनुभव साझा किए, जिनमें उन्होंने बताया कि कठिन परिश्रम, शिक्षकों का मार्गदर्शन और सरकार की योजनाओं ने उनके लक्ष्य प्राप्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस अवसर पर अनेक प्रशासनिक व शैक्षणिक अधिकारी भी उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से :
सहायक आयुक्त, जनजातीय कार्य विभाग *सुप्रिया बिसेन*
जिला शिक्षा अधिकारी *आरएस बामनिया*
सहायक संचालक *रविन्द्र सिंह सिसोदिया*
सांदीपनि विद्यालय के प्राचार्य *हरीश कुंडल*
पीएम श्री कन्या विद्यालय की प्राचार्य *सीमा त्रिवेदी*
साथ ही शिक्षकगण, अभिभावक एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थीगण मौजूद रहे।
सरकार की प्रतिबद्धता : तकनीक से युक्त, ज्ञान से समृद्ध भविष्य
‘मुख्यमंत्री प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना’ के माध्यम से मध्यप्रदेश सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि प्रदेश के सभी प्रतिभावान विद्यार्थी तकनीकी रूप से सक्षम हों और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अपनी पहचान बना सकें। यह योजना केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि एक विचार है। आत्मनिर्भर और डिजिटल भारत के निर्माण की दिशा में।