अनुविभागीय अधिकारी पेटलावद तहसीलदार सारंगी को ग्रामीणों ने ज्ञापन दिया,,सारंगी में फोर लेन ओवरब्रिज का विरोध, ग्रामीण बोले- बाईपास नहीं तो जीवन पर संकट..!

#Jhabuahulchul
सारंगी@संजय उपाध्याय
बदनावर, सारंगी ,टिमरवानी फोर लेन सड़क परियोजना के तहत सारंगी चौपाटी पर प्रस्तावित ओवरब्रिज के निर्माण को लेकर स्थानीय ग्रामीणों और व्यापारियों में भारी आक्रोश है। उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), पेटलावद को एक ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि ओवरब्रिज के बजाय सारंगी के लिए बाईपास का निर्माण किया जाए। ग्रामीणों का कहना है कि ओवरब्रिज बनने से चौपाटी का स्वरूप बिगड़ जाएगा और हजारों लोगों की आजीविका पर गंभीर संकट आ जाएगा।
व्यापारियों की वर्षों की मेहनत पर मंडराया खतरा
ज्ञापन में ग्राम सारंगी के समस्त व्यापारी वर्ग एवं ग्राम वासियों ने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि उन्हें विभिन्न माध्यमों से यह जानकारी मिली है कि पेटलावद, करडावद और थांदला से तो फोर लेन बाईपास के रूप में निकलेगी, लेकिन सारंगी चौपाटी पर एक ओवरब्रिज बनाने का प्रस्ताव है। व्यापारियों का कहना है कि उन्होंने कई वर्षों की मेहनत से अपने व्यापार को स्थापित किया है। ओवरब्रिज बनने से चौपाटी खंडहर में बदल जाएगी, जिससे कई लोग बेरोजगार हो जाएंगे और उन्हें रहने की समस्या का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि यह उनके “जीवन-मरण का प्रश्न” बन जाएगा और लोग भुखमरी की कगार पर पहुंच जाएंगे।
बाईपास से रोजगार के अवसर और विकास की उम्मीद
ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में हुए सर्वे में सारंगी को भी बाईपास की सौगात मिलने की जानकारी मिली थी, लेकिन वर्तमान प्रस्ताव में उनके साथ ‘सौतेला व्यवहार’ किया जा रहा है। उनका तर्क है कि बाईपास रोड से न केवल नए रोजगार के अवसर सृजित होते हैं, बल्कि वर्तमान व्यापारियों का काम भी चलता रहता है। उन्होंने कहा कि सारंगी को भी चहुंमुखी विकास की दरकार है और यह बाईपास का ‘तोहफा’ देने का सही अवसर है। प्रशासन से न्यायोचित मांग स्वीकारने की अपील सारंगी के ग्रामीणों और व्यापारियों ने अनुविभागीय अधिकारी से अपील की है कि वे उनकी न्यायोचित मांग को स्वीकार करें और जल्द से जल्द सारंगी में बाईपास रोड निकलने की शुभ सूचना दें। उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात जिम्मेदार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों तक पहुंचाने की बात कही है।
ज्ञापन देने में ग्रामीणों के साथ में सरपंच महोदय श्रीमती फुंदीबाई मेडा, महेश पाटीदार, आशीष तलेसरा, शांतिलाल पाटीदार, अविनाश उपाध्याय, शब्बीर चाचा, , अमित अग्रवाल, अंतिम बसेर, बाबूलाल लोहार, संजय उपाध्याय, प्रशांत मालवी, गगन देवड़ा आदि उपस्थित रहे।