MFIN द्वारा थांदला, झाबुआ में वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम का सफल आयोजन..!

#Jhabuahulchul
झाबुआ डेस्क। मध्यप्रदेश – माइक्रोफाइनेंस इंडस्ट्री नेटवर्क (MFIN), जो भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा मान्यता प्राप्त एनबीएफसी-एमएफआई (NBFC-MFI) के लिए एक राष्ट्रीय स्तर का स्व-नियामक संगठन है, ने झाबुआ जिले के थांदला नगर पालिका भवन में एक वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस पहल का मुख्य उद्देश्य स्थानीय समुदाय, विशेष रूप से महिलाओं को, वित्तीय विषयों पर जागरूक और सशक्त बनाना था।
कार्यक्रम में वित्तीय साक्षरता के निम्न बिंदुओं पर जानकारी दी गई:
बचत और निवेश: सुरक्षित और योजनाबद्ध निवेश के विकल्पों की जानकारी।
ऋण प्रबंधन: सही तरीके से ऋण लेने और समय पर चुकाने के लिए मार्गदर्शन।
बजट बनाना: घरेलू बजट तैयार करना और खर्चों पर नियंत्रण रखना।
बीमा जागरूकता: विभिन्न बीमा योजनाओं की उपयोगिता और लाभ।
धोखाधड़ी से सुरक्षा: वित्तीय ठगी से बचाव के लिए जरूरी सावधानियाँ।
कार्यक्रम का उद्घाटन श्री धीरज सोनी (रीजनल हेड, MFIN) ने किया। उन्होंने कहा,
“वित्तीय साक्षरता हर व्यक्ति के जीवन में आवश्यक है। इस कार्यक्रम के माध्यम से हम लोगों को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में सहयोग कर रहे हैं।”
उन्होंने बताया कि झाबुआ ज़िले में कुल 35 अधिकृत माइक्रोफाइनेंस कंपनियाँ कार्यरत हैं, जो RBI द्वारा विनियमित हैं। श्री सोनी ने यह भी चेतावनी दी कि क्षेत्र में कुछ अनधिकृत लोग लोन माफी जैसा भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं और लोगों को ऐसे तत्वों से सतर्क रहने की सलाह दी।
किसी भी समस्या या शिकायत के लिए ग्राहक अपने लोन कार्ड में दिए गए “ग्राहक शिकायत निवारण नंबर” या MFIN के टोल-फ्री नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
मुख्य अतिथि एवं नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी सुनील पंडा ने अपने वक्तव्य में कहा,
“महिलाओं को जरूरत के अनुसार ही ऋण लेना चाहिए और समय पर उसका भुगतान करना चाहिए। यह कार्यक्रम निश्चित रूप से समाज को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में एक सार्थक कदम है।”
विशेष अतिथि पार्षद श्री समर्थ उपाध्याय ने उपस्थित महिलाओं से अपने क्रेडिट रिकॉर्ड को बेहतर बनाए रखने की अपील की ताकि भविष्य में उन्हें ऋण लेने में कोई कठिनाई न हो।
क्षेत्रीय पार्षद श्री जगदीश प्रजापत ने साइबर सुरक्षा और कमीशन एजेंटों द्वारा की जाने वाली धोखाधड़ी से बचने के लिए विशेष रूप से आदिवासी समुदाय को जागरूक किया।
यह कार्यक्रम लाइट माइक्रोफाइनेंस के सहयोग से आयोजित किया गया, और स्थानीय जनता ने इसमें उत्साहपूर्वक भाग लिया।