रायपुरिया में संत कमल किशोर नागर के सत्संग में उमड़ा भक्तों का सैलाब…!

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रायपुरिया@राजेश राठौड़
मालवा की माटी के सुप्रसिद्ध संत, मां सरस्वती के वरद पुत्र श्री कमल किशोर नागर जी के एकदिवसीय सत्संग के लिए रायपुरिया के स्वास्तिक गार्डन में हजारों श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। पंडाल खचाखच भरा रहा, और भक्तों का उत्साह देखते ही बनता था।सत्संग के दौरान संत श्री कमल किशोर नागर जी ने अपने प्रवचनों से श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा, “कथा श्रवण से भक्त भगवान के समीप पहुंच जाता है। निरंतर कथा सुनने से भगवान का सान्निध्य प्राप्त होता है।” उन्होंने माता-पिता से आग्रह किया कि वे बच्चों को मोबाइल से दूर रखें, क्योंकि “मोबाइल आज के युग में मंथरा बन चुका है, जो मन को भटकाता है।”संत श्री ने भक्तों को यह भी संदेश दिया कि “भगवान से कभी कुछ मांगना नहीं चाहिए, क्योंकि उन्हें पहले से पता है कि किसे क्या देना है।” उन्होंने गाय के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “84 लाख योनियों की शुरुआत और समापन गाय से ही होता है।”संत कमल किशोर जी का आदिवासी अंचल से गहरा लगाव है। उनके मार्गदर्शन में खेड़ापति हनुमान मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया, जहां खुले में विराजमान हनुमान जी के लिए छत और रंग-रोगन का कार्य करवाया गया। इसके अलावा, अंचल के 8-10 गांवों में मंदिरों के नवीनीकरण का कार्य भी उनके निर्देशन में संपन्न हुआ, ताकि आदिवासी समुदाय सुगमता से पूजा-अर्चना कर सके।सत्संग में शामिल भक्तों ने संत श्री के प्रवचनों को आत्मसात करते हुए उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय समिति द्वारा किया गया, जिसमें व्यवस्था और भक्तों की सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया।