
#Jhabuahulchul
मेघनगर@मुकेश सोलंकी
भूगर्भ से पानी, तेल एवं विभिन्न खनिज पदार्थ निकलना सामान्य एवं प्रसन्नता की बात है परंतु हैरानी की बात है की मेघनगर की जमीन लाल पानी उगल रही है। यूं तो मेघनगर में बहने वाले नालों में लाल पानी मिलना आम बात हो गई है और नगरवासी अब इसके आदि भी हो चुके हैं किंतु अचानक नगर में खबर फैली की मेघनगर के औद्योगिक क्षेत्र में खाली पड़े प्लॉट पर उद्योग के निर्माण हेतु जेसीबी से गड्ढे खोदे गए जहां पर मात्र 6 फीट गड्ढा करने पर ही लाल पानी से जेसीबी के द्वारा किए गए गड्ढे भर गए। प्रथम दृष्टया तो ऐसा महसूस हुआ कि यह पानी आसपास के उद्योगों से टैंकर में भरकर इन गड्ढों में खाली किया गया है किंतु निर्माणाधीन उद्योग के एक कर्मचारी जो उपरोक्त प्लॉट पर उपस्थित थे ने नाम ना बताने की शर्त पर बताया कि यह लाल पानी गड्ढा करने पर जमीन के नीचे से निकला है जिसे हमारे द्वारा मोटर के माध्यम से टैंकर में भरकर अन्यत्र पहुंचाया जा रहा है उस स्थान पर टैंकर में पानी भरने हेतु मोटर उपलब्ध होने पर सच्चाई का पता चला , तभी निर्माणाधीन उद्योग के नजदीक रहने वाले ग्रामीणजन उपस्थित हो गए और उन्होंने बताया कि यह लाल पानी आसपास की फैक्ट्री द्वारा जमीन के अंदर छोड़ा जा रहा है जो की जमीन के अंदर ही अंदर अब उनके घरों तक पहुंच गया है और बोरवेल से पीने के पानी के स्थान पर अब लाल पानी आने लगा है। ग्रामवासी ने बताया कि इस बात की शिकायत कई बार कई अधिकारियों को यहां तक की कलेक्टर को भी की गई लेकिन किसी ने उनकी बात पर सुनवाई नहीं की , ग्रामीण का कहना है कि इस लाल पानी की वजह से उनके स्वास्थ्य के साथ-साथ उनकी फसल पर भी बहुत ही प्रतिकूल असर पड़ रहा है।