
#Jhabuahulchul
मेघनगर@मुकेश सोलंकी
निजी शिक्षण संस्थानों द्वारा मन माफिक मदों में फीस वसूलने एवं स्टेशनरी के भाव में बढ़ोतरी की वजह से नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने के साथ ही पालकों की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। एक स्टेशनरी विक्रेता द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार नए सत्र में कॉपी किताबों के भाव में बढ़ोतरी होने की संभावना है साथ ही निजी स्कूलों द्वारा प्राइवेट पब्लिकेशन की किताबों की खरीदारी हेतु मजबूर करने पर पालकों की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। भोपाल एवं ग्वालियर की तरह यदि झाबुआ जिला कलेक्टर भी प्राइवेट स्कूल हेतू फीस एवं किताबों को लेकर सख्त नियम बना दे तो पालकों को कुछ राहत मिल सकती है।