
#Jhabuahulchul
खवासा@आयुष पाटीदार/आनंदीलाल सिसोदिया
खवासा में लंबे समय से चली आ रही जल समस्या को लेकर जनपद उपाध्यक्ष श्रीमती माया देवी प्रेमसिंह चौधरी के नेतृत्व में महिलाओं ने बीते दिनों पूरे नगर में खाली घड़ा और बाल्टी लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। इसके बाद टप्पा तहसील पहुंचकर नायब तहसीलदार पलकेश परमार को ज्ञापन सौंपा गया था, जिसमें मुख्यमंत्री और विभागीय मंत्री से जल्द समाधान की मांग की गई थी।
अब इस आंदोलन का असर नजर आने लगा है। नर्मदा परियोजना के असिस्टेंट इंजीनियर विश्राम कन्नौज ने आज खवासा पहुंचकर जल आपूर्ति की संभावनाओं का निरीक्षण किया।
दो संभावित विकल्पों पर विचार…?
निरीक्षण के दौरान असिस्टेंट इंजीनियर ने बताया कि खवासा से ढाई किलोमीटर दूर सातेर गांव में पाइप लाइन का कार्य जारी है, जिससे पानी लाने की संभावना है। दूसरा विकल्प पांच किलोमीटर दूर रेलवे लाइन के पास से नर्मदा का जल खवासा तक लाने का है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों को स्थिति से अवगत कराया जाएगा और वे जल्द ही खवासा पहुंचकर अंतिम निर्णय लेंगे।
क्या बोले जिम्मेदार…?
“आज खवासा में नर्मदा पाइप लाइन के लिए मौका मुआयना किया गया है। दो संभावित विकल्पों पर वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की जाएगी।”
विश्राम कन्नौज, असिस्टेंट इंजीनियर, नर्मदा परियोजना..!
“हम खवासा की जल समस्या का स्थाई समाधान चाहते हैं। वर्षों से महिलाएं इस समस्या से जूझ रही हैं। अधिकारियों का निरीक्षण एक सकारात्मक कदम है।”
श्रीमती माया देवी चौधरी, जनपद उपाध्यक्ष, थांदला..
जल संकट से जूझ रहे खवासा की जनता अब उम्मीद कर रही है कि जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएंगे और पानी की समस्या का स्थायी समाधान मिलेगा।