
हम हमारा हक मांगते नही किसी से भीख मांगते के नारे लगाए…!
जल समस्या का स्थाई समाधान की मांग…!
#Jhabuahulchul
खवासा@आयुष पाटीदार/आनंदीलाल सिसोदिया
ठंड का मौसम अब विदाई की और है। सुबह-शाम हल्की ठंड के बाद दिन में गर्मी के तेवर तीखे हो जाते है। वही गर्मी के दिनों में जल समस्या भी होने लगती है। लेकिन खवासा ग्राम में अभी से जल समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया है। अगर इसी तरह गर्मी बढ़ती रही तो आम जनजीवन को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। गर्मी के कारण जलस्तर घटता जा रहा है। आगामी दिनों में गर्मी का पारा और बढ़ेगा और इन दिनों में सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता पानी की रहती है। अभी से पानी की समस्या को देखते हुए यहां के ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है।साथ ही महिलाओं ने यहां प्रदर्शन करते हुए बड़ी संख्या में महिलाएं हाथ में बाल्टी और घड़ा लेकर सड़कों पर उतर गई।
खाली बर्तन लेकर पहुंचे नायब तहसील कार्यालय…
झाबुआ जिले के थांदला विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत खवासा में गर्मी शुरू होते ही संकट छाने लगा है जहां पीने के पानी की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने अनोखा प्रदर्शन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाओं ने मुख्यमंत्री के नाम नायब तहसीलदार को ज्ञापन दिया। दरअसल ग्राम पंचायत खवासा के रहवासी कई वर्षों से पानी की समस्या से जूझ रहे हे यह समस्या गर्मी के समय में विकराल रूप धारण कर लेती है इस बार गर्मी आते ही ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया। वही खाली स्टील के बर्तन बजाकर अनोखा प्रदर्शन किया। साथ ही छोटे बच्चे भी रैली में हाथ में बाल्टी लिए हुए चल रहे थे।
जहां ग्रामीणजन नायब तहसीलदार कार्यालय पहुंचे यहां उन्होंने नायब तहसीलदार पलकेश परमार को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का कहना है कि यहां पास से गुजर रही नर्मदा नदी की पाइप लाइन को उनके क्षेत्र तक लाकर गर्मी में सूखने वाले सिंचाई वाले तालाबों में डाला जाए। उनकी पानी की समस्या का हल निकल सकता है इसके साथ ही महिलाओं ने स्वास्थ्य सेवा और बिजली की समस्याओं पर भी उठाएं सवाल…!
जनपद उपाध्यक्ष ने संभाला मोर्चा…
प्रतिवर्ष होने वाले इस जल संकट का स्थायी समाधान करवाने को लेकर थांदला जनपद उपाध्यक्ष माया प्रेमसिंह चौधरी एवं प्रेमसिंह चौधरी ने मोर्चा संभाला है। जनपद उपाध्यक्ष पिछले कई महीनों से खवासा क्षेत्र में नर्मदा का पानी लाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। अपनी समस्या का निराकरण नहीं होने के चलते शनिवार को खवासा में अनोखा आंदोलन किया।
ग्राम पंचायत के प्रति आक्रोश..!
पेयजल संकट की समस्या लंबे समय से चली आ रही हैं। गर्मियों में यहां 12-15 दिनों में एक बार पेयजल आपूर्ति होती है। जिसमें कम समय के लिए नल दिए जाते है जिसको लेकर महिलाओं में ग्राम पंचायत के प्रति फूटा आक्रोश। अब देखना होगा कि ग्राम पंचायत इस मामले को कितनी गंभीरता से लेती है।