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#Jhabuahulchul
बामनिया@जितेंद्र बैरागी
इन दिनों बाजार में 700 ग्राम से लेकर 1 किलो तक हर वजन में तेल के पाउच उपलब्ध है। जिसका सबसे बड़ा नुकसान सीधा ग्राहक को उठाना पड़ रहा है। पहले के समय केवल किलो और 500 ग्राम के तेल पाउच होते थे जिनका एक समान सीधा भाव होता था। परंतु अब ग्राहक को तेल पाउच दिखने में 700 ग्राम से लेकर 1 किलो तक दिखने में एक समान होते हैं। जिससे ग्राहक को पता नहीं चलता कि अंदर तेल का वजन किस मापदंड से निर्धारित किया गया है। वही यह मापदंड केवल तेल में ही नहीं हर खाद्य सामग्री में हो रहा है।जिससे बाजार में किसी दुकान पर भाव की फायदा या नुकसान का आकलन ग्राहक नहीं कर पा रहा है।
कई कंपनियां घी, रिफाइंड तेल और अन्य आवश्यक वस्तुओं की पैकिंग में तय वजन से कम सामग्री भरकर बेच रही है। इससे भोले भाले उपभोक्ता और छोटे खुदरा व्यापारी दोनों ही ठगी का शिकार हो रहे हैं।