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पेटलावद@राजेश राठौड़
पेटलावद प्रवास के दौरान कलेक्टर नेहा मीना ने सारंगी, बरवेट और रायपुरिया के किसानों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और नवाचारों का अवलोकन किया। उन्होंने शेडनेट हाउस, टमाटर प्रसंस्करण इकाई, डीहाइड्रेटर यूनिट और ऑटोमैटिक सीड सोइंग मशीन का निरीक्षण कर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।
टमाटर प्रसंस्करण इकाई :
सारंगी में पीएमएफएमई योजना के तहत स्थापित टमाटर प्रसंस्करण इकाई का निरीक्षण करते हुए कलेक्टर को टमाटर से कैचअप बनाने की प्रक्रिया विस्तार से बताई गई। उन्होंने क्षेत्र में कोल्ड स्टोरेज की आवश्यकता को देखते हुए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, स्थानीय बाजार में कैचअप की उपलब्धता सुनिश्चित करने और उसकी गुणवत्ता बनाए रखने पर जोर दिया।
कलेक्टर ने किसानों को जानकारी दी कि जल्द ही बॉयर-सेलर मीट आयोजित की जाएगी, जिससे किसानों को कंपनियों के साथ सीधा जुड़ने का अवसर मिलेगा। साथ ही, उन्होंने शहद एवं सजावटी फूलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम और क्लस्टर विकसित करने के निर्देश दिए।
शेडनेट हाउस एवं डीहाइड्रेटर यूनिट :
बरवेट में जिले की पहली टमाटर डीहाइड्रेटर यूनिट और विभिन्न शेडनेट हाउस का निरीक्षण करते हुए कलेक्टर ने प्रसंस्करण इकाइयों को क्लस्टर मॉडल पर विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से तकनीकी सहायता उपलब्ध कराने और यूनिट को मानकों के अनुसार संचालित करने के निर्देश दिए।
डीहाइड्रेटर यूनिट में टमाटर के साथ तरबूज, चुकंदर, नींबू, करेला और मौसम्बी जैसे अन्य उत्पादों को भी संरक्षित किया जा सकता है, जिससे किसानों को लंबे समय तक उनका उपयोग करने और अधिक मुनाफा कमाने में सहायता मिलेगी।
ऑटोमैटिक सीड सोइंग मशीन एवं सोया मिल्क मशीन :
रायपुरिया में कलेक्टर ने आधुनिक कृषि उपकरणों का निरीक्षण किया। यहां एक किसान द्वारा ऑटोमैटिक सीड सोइंग मशीन से दो एकड़ क्षेत्र में सीडलिंग तैयार कर 24-25 लाख रुपये की आय अर्जित करने की जानकारी दी गई।
इसके अलावा, कलेक्टर ने सोयाबीन से सोया मिल्क उत्पादन करने वाले प्लांट का भी अवलोकन किया और क्षेत्र के किसानों द्वारा नई तकनीकों के प्रयोग को सराहा। उन्होंने कृषि उत्पादों के उचित विपणन अवसर उपलब्ध कराने पर जोर दिया, जिससे किसानों को अधिक लाभ मिल सके।
कृषकों में उत्साह, नवाचारों को अपनाने का संकल्प
कलेक्टर की इस पहल से किसानों में नया जोश देखने को मिला। उन्होंने नई तकनीकों को अपनाने और अपनी कृषि को उन्नत करने की दिशा में आगे बढ़ने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सुश्री तनुश्री मीणा, उप संचालक कृषि विभाग एन.एस. रावत, सहायक संचालक उद्यानिकी नीरज सांवलिया सहित अन्य अधिकारी एवं कृषकगण उपस्थित रहे।