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झाबुआ डेस्क। शहीद चंद्रशेखर आजाद महाविद्यालय, झाबुआ से स्नातक विज्ञान संकाय में अध्ययनरत रहते हुए श्री लक्ष्मण सिंह डिंडोर छात्र राजनीति में सक्रिय रहे। राष्ट्रीय छात्र एकता संगठन (NSUI) के पदाधिकारी के रूप में उन्होंने छात्र-छात्राओं के हित में कार्य कर खुद को एक यूथ आइकॉन के रूप में स्थापित किया।
1995 में इंदौर में छात्र नेता के रूप में उनकी पहली मुलाकात पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह से हुई, जिसने उनके नेतृत्व कौशल को और निखारा। स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद श्री डिंडोर ने शासकीय सेवा में कदम रखा। पुलिस आरक्षक के रूप में शुरुआत करते हुए, उन्होंने जनजातीय कार्य विभाग, गृह विभाग, राजस्व विभाग, और पंचायत विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभागों में सेवा दी।
जनपद पंचायत में सीईओ के रूप में उल्लेखनीय योगदान
मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) के रूप में धार, सागर, गुना, और रतलाम जिलों में कार्य करते हुए, श्री डिंडोर ने ग्रामीण क्षेत्रों में शासन की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू कर हजारों ग्रामीणों को लाभान्वित किया। उनकी जनसेवा की भावना और सक्रियता ने उन्हें आदिवासी समुदाय में एक प्रभावशाली व्यक्तित्व के रूप में स्थापित किया।
सामाजिक संगठनों में नेतृत्व और आदिवासी एकता का संदेश…
शासकीय सेवा के दौरान, श्री डिंडोर अजाक्स और आकास कर्मचारी-अधिकारी संगठनों के प्रदेश सचिव रहे। साथ ही, वे जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन (JAYS) के प्रदेश संरक्षक के रूप में सक्रिय रहे। 2019 में, उन्होंने आदिवासी एकता परिषद समन्वय मंच भारत के तत्वावधान में झाबुआ में एक भव्य “आदिवासी-सांस्कृतिक महासम्मेलन” का आयोजन किया, जिसमें देशभर से लाखों आदिवासियों ने सहभागिता कर सांस्कृतिक एकता का संदेश दिया।
राजनीति में कदम और नई जिम्मेदारी….
2023 में, रतलाम ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने के बाद भी, उनकी सक्रियता और जनसेवा की भावना को देखते हुए, कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें मध्य प्रदेश आदिवासी विकास परिषद का प्रदेश महामंत्री नियुक्त किया। श्री डिंडोर की अंचल में लगातार सक्रियता को देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जी,श्री दिग्विजय सिंह जी ,पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री कांतिलाल भूरिया के मार्गदर्शन में ,मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री उमंग सिंगार जी ने मध्य प्रदेश आदिवासी विकास परिषद के महामंत्री के रूप में श्री लक्ष्मण सिंह डिंडोर को नियुक्त किया गया। इस नियुक्ति पर आदिवासी छात्र संगठन, आदिवासी एकता परिषद, अजाक्स, आकास, जयस, और अन्य संगठनों के पदाधिकारियों ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
श्री डिंडोर की इस उपलब्धि ने आदिवासी समाज और राजनीतिक क्षेत्र में एक नई प्रेरणा दी है।