#Jhabuahulchul
खवासा@आनंदीलाल सिसोदिया
ग्राम पंचायत खवासा का कार्यकाल ढाई साल का होने को आया है लेकिन अभी तक पंचायत की कोई उपलब्धि सामने नही आई है। नगर विकास की राह देख रहा है लेकिन विकास की राह में जनप्रतिनिधियों के रिश्तेदारों की बेदखली रोड़ा बन रही है इस कारण ग्राम पंचायत के 20 वार्ड के पंच भी कही ना कही नाराज होते दिखाई दे रहे हे। दबी जुबा सरपंच की कार्यप्रणाली की निंदा कर रहे है, जनता पन्चो से सवाल कर रही है कि ढाई साल के कार्यकाल में उन्होंने वार्ड, नगर के लिए क्या किया? सरकार ग्राम पंचायतों मे विकास के लिए अलग से फंड जारी करती है ओर कई गांव विकास की दौड़ में आगे भी निकले हैं लेकिन खवासा नगर की स्थिति में आज तक कोई बदलाव नहीं आया है। यहां के प्रतिनिधि भी जनता से मुह छिपाते फिर रहे है।
दुकान नीलामी में रोड़ा बना सरपंच पुत्र….
बताया जा रहा की कुछ समय पूर्व खवासा नगर में दुकान नीलामी की पक्रिया पूर्ण हो चुकी थी लेकिन सरपंच पुत्र की बेदखली के कारण नीलामी प्रकिया रोक दी, इसके बाद आज तक दुकानों की नीलामी नही हो पाई है। नीलामी प्रकिया की जानकारी स्थानीय पत्रकारों को लगने पर उन्होंने पंचायत पहुंच जानकारी ली जिसमें बाद पंचायत ने मौखिक रूप से आश्वासन दिया था कि दुकानों की नीलामी एक माह में कर दी जायेगी लेकिन आज दिनांक तक नीलामी नहीं करवा पा रही हे। इस कारण भी पन्चो में खासी नाराजगी देखी गई थी।
महिलाओ के लिए शौचालय नही…
नगर की आबादी ज्यादा होने और यहां दिनभर बसों का आवागमन होता है, ऐसे में कुछ समय के लिए बसे यहां खड़ी होती है तो महिला यात्रियों को शौच के लिए इधर उधर भटकते देखा जा सकता है। ग्राम पंचायत महिलाओं के लिए शौचालय तक नही बनवा पा रही है। नया शौचालय तो ठीक पर पुराने शौचालय में काफी गंदगी होने से दुर्गंध आती है, वहां भी साफ सफाई नही होने से लोगो को परेशान होना पड़ता है। लेकिन ग्राम पंचायत का ध्यान नहीं देना चर्चा का विषय बना हुआ है।