108 एंबुलेंस नहीं मिलने से नेगड़िया ग्रामीण ठेला गाड़ी में प्रसूता को लेकर चले,,,रास्ते में बच्चे का आधा हिस्सा बाहर आ गया,,,मेघनगर स्वास्थ्य केंद्र में बढ़ा हड़कंप…!

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मेघनगर@मुकेश सोलंकी
आज नेगड़िया गांव में स्वास्थ्य व्यवस्था की गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया, जब एक प्रसूता को लगातार प्रसव पीड़ा होने के बावजूद 108 एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई गई। मजबूरी में ग्रामीणों ने महिला को ठेला गाड़ी में बैठाकर मेघनगर स्वास्थ्य केंद्र की ओर रवाना किया।
ग्रामीणों ने बताया कि प्रसव पीड़ा बढ़ने पर उन्होंने 108 पर कई बार कॉल किया, लेकिन हर बार “एंबुलेंस उपलब्ध नहीं” होने की जानकारी देकर कॉल बंद कर दिया गया। इसके बाद गांव वालों ने ठेला गाड़ी की व्यवस्था की और प्रसूता को उसमें बैठाकर अस्पताल के लिए निकल पड़े।
रास्ते में प्रसूता की हालत अचानक बिगड़ गई। जिसमें दोनों की हालत इतनी गंभीर हो गई थी कि स्थिति बताने लायक नहीं थी। ग्रामीणों ने हिम्मत रखते हुए महिला को संभाला और जैसे-तैसे उसे स्वास्थ्य केंद्र तक पहुँचाया, जहाँ स्टाफ ने तुरंत उपचार शुरू किया।
स्थानीय नागरिकों ने कहा कि यदि समय पर एंबुलेंस मिल जाती, तो प्रसूता और नवजात को इतने बड़े जोखिम का सामना नहीं करना पड़ता। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन से मांग की है कि 108 सेवा को तत्काल दुरुस्त किया जाए, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।



